देशभक्ति कविता – Desh Bhakti Kavita in Hindi

Desh Bhakti Kavita in Hindi and देशभक्ति कविता with some best Patriotic Poems in Hindi for class 1 to 10 to perform in your school and college. You can use all these poems on Republic Day and Independence Day. Earlier we posted some best Beti Bachao Poem on our site.

desh bhakti kavita

देशभक्ति कविता
Desh Bhakti Kavita in Hindi

बच्चे हम भारतमाता के सभी प्यार से रहते,
कभी न लड़ते हम आपस में और खेलते रहते…

जात न माने पात न माने भाई हैं आपस में,
ऊंच-नीच को हम ना जाने भेद करे ना जग में…

 कभी लगी है चोट किसी को हम सब संग दौड़ेंगे,
प्राथमिक चिंकित्सा करके उसको घर छोड़ेंगे…

 विद्यालय हम प्रतिदिन जाते बहुत ध्यान से पढ़ते,
जो भी समझाते हैं शिक्षक बिना शोर के सुनते…

ब्लैक बोर्ड पर लिखे प्रश्न को हम कॉपी में लिखते,
घर पर आकर गृह कार्य को बिन भूले हम लिखते…

 पीटी कर फुटबॉल खेलते, हॉकी, दौड़ लगाते,
टेबल टेनिस अन्य खेल में मनमाफिक जुड़ जाते…

 खेलकूद अच्‍छा लगता है और पढ़ना भी भाता,
स्वस्थ शरीर में चंगा मन बसता सदा कहता…

 खुश रहते हैं मात-पिता और शिक्षक विद्यालय के,
आशीष हमें सबके मिलते प्रिय बालक हम सबके…


Patriotic Poem in Hindi

कुमकुम से करें तिलक तेरा, तू प्रीत से कर पावन,
तू देती रहे उल्लास हमें, न्योछावर हो तन मन,
उस गाँधी की उस गंगा की, बहती रहे धारा,
कश्मीर से लेके कुमारी तक, तू भारत है प्यारा,
अविनाशी तू कल्याणी तू, तेरा करते सब वन्दन,
मेरी भारत माँ, मेरी भारत माँ,
तुझे करते हम नमन, तुझे करते हम नमन…!!

तूने मधुर हवा रज पानी से, सींचा है मेरा जीवन,
हर सांस सांस में तेरी सुगंध, यह साँसे है तुझको अर्पण,
उस राधा की उस मीरा की, बहती रहे धारा,
हिन्द से लेके हिमालय तक, तू है बड़ा प्यारा,
हे जननी तू हे रमणी तू, तेरा करते अभिनन्दन,
मेरी भारत माँ, मेरी भारत माँ,
तुझे करते हम नमन, तुझे करते हम नमन…!!

हे तीन रंग का तेरा परिधान, हम हैं तेरे बालक नादान,
बढ़ता रहे तेरा गौरव, सारा जहाँ करे तेरा गुणगान,
महाराणा की शिवाजी की बहे शौर्य रसधारा,
सियांग से ले कच्छ खाड़ी तक तू भारत है प्यारा,
हे सुचिता तू, हे पुनिता तू, जीवन कर चन्दन,
मेरी भारत माँ, मेरी भारत माँ,
तुझे करते हम नमन, तुझे करते हम नमन…!!


Republic Day / Independence Day Poem in Hindi

भारत देश हमारा है यह,
हमको जान से प्यारा है,
दुनिया में सबसे न्यारा यह,
सबकी आंखों का तारा है…

मोती हैं इसके कण- कण में,
बूँद- बूँद में सागर है,
प्रहरी बना हिमालय बैठा,
धरा सोने की गागर है…

भूमि ये अमर जवानों की है,
वीरों के बलिदानों की,
रत्नों के भंडार भरे हैं,
गाथा स्वर्णिम खानों की…

सत्य, अहिंसा, शांति बाँटता,
इसकी शान तिरंग़ा है,
गोद खेलती नटखट नदियाँ,
पावन यमुना- गंगा है…

चंदन की माटी से महके,
मातृभूमि को वंदन है,
कोटि-कोटि भारतवालों का,
सुंदर सा यह नंदन है…

दुनिया में सबसे न्यारा यह,
सबकी आँखों का तारा है,
हमको जान से प्यारा यह,
भारत देश हमारा है…

जय हिन्द ,जय भारत


*** So friends, hope you like these देशभक्ति कविता – Desh Bhakti Kavita in Hindi on our site, please keep visiting our site and provide your feedback below ***

Leave a Comment