Guru Purnima Shayari and Quotes in Hindi – दोस्तों, इस पोस्ट में आपको कुछ बेहतरीन गुरु पूर्णिमा शायरी और हिंदी कोट्स मिलेंगे जिन्हें आप इस उपलक्ष पर अपने गुरु या शिक्षक के साथ शेयर कर सकते हैं। गुरु पूर्णिमा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जिसे गुरु (शिक्षक) के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन गुरु की महिमा का सम्मान करने और उनके द्वारा प्रदान किए गए ज्ञान और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद देने का अवसर होता है।

तो चलिए इस पोस्ट के माध्यम से हम आज गुरु के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करें और शेयर करें ये दिल को छू लेने वाली Guru Purnima Shayari और Guru Purnima Quotes वो भी Photo और Wallpaper के साथ।
Guru Purnima Shayari & Quotes in Hindi
जल जाता है वो दिए की तरह,
कई जीवन रोशन कर जाता है,
कुछ इसी तरह से हर गुरु,
अपना फर्ज निभाता है…
Happy Guru Purnima
अज्ञान को मिटा कर,
ज्ञान का दीपक जलाया है,
गुरु कृपा से मैंने,
ये अनमोल शिक्षा को पाया है…
जिसे देता है हर व्यक्ति सम्मान,
जो करता है वीरों का निर्माण,
जो बनाता है इंसान को इंसान,
ऐसे गुरु को हम करते हैं प्रणाम…
Happy Guru Purnima
गुमनामी के अंधेरे में था, पहचान बना दिया,
दुनिया के गम से मुझे, अनजान बना दिया,
उनकी ऐसी कृपा हुई,
गुरू ने मुझे एक अच्छा, इंसान बना दिया…
अज्ञानता को दूर करके ज्ञान की ज्योत जलाई है,
गुरु के चरणों में रहकर हमने शिक्षा पाई है,
गलत राह पर भटके जब हम,
तब गुरु ने ही राह दिखाई है…
दिया ज्ञान का भंडार हमें,
किया भविष्य के लिए तैयार हमें,
है आभारी उन गुरुओं के हम…
Happy Guru Purnima
गुरु पूर्णिमा कब मनाई जाती है
आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है, जो सामान्यतः जून या जुलाई महीने में पड़ती है। यह पर्व महर्षि वेदव्यास की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है, जिन्होंने वेदों, पुराणों और महाभारत जैसे महत्वपूर्ण ग्रंथों की रचना की।
पूजा और विधि
गुरु पूर्णिमा के दिन शिष्य अपने गुरु के चरणों में बैठकर उनकी पूजा करते हैं। इसमें गुरु को माला पहनाई जाती है, उनके चरण धोए जाते हैं, और उन्हें मिठाई, फल और फूल अर्पित किए जाते हैं। शिष्य गुरु से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं।
सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व
गुरु पूर्णिमा का सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व भी है। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि शिक्षा और ज्ञान हमारे जीवन में कितने महत्वपूर्ण हैं और हमें अपने गुरु के प्रति हमेशा आदर और सम्मान रखना चाहिए। यह पर्व विभिन्न विद्यालयों और संस्थानों में भी मनाया जाता है, जहां छात्र अपने शिक्षकों का सम्मान करते हैं।
निष्कर्ष
गुरु पूर्णिमा का पर्व हमें यह सिखाता है कि ज्ञान का मार्गदर्शन करने वाले गुरु का स्थान हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह दिन गुरु-शिष्य परंपरा को मजबूत करता है और हमें अपने जीवन में ज्ञान के महत्व को समझने का अवसर प्रदान करता है।